दोस्तों हम सभी को पता है कि Computer एक Electric & Electronic Device है। हम इसे Electric & Electronic इसलिए कह रहें हैं क्यूंकि बिना Electric के यह On अर्थात Start ही नहीं होगा और Electronics के कई उपकरण इसमें लगे हुए होते हैं। इसलिए हम ऐसा भी कह सकते हैं कि Computer एक Electronic Device है जो Data को Process करता है और उसे Information में Convert करता है और हमारे लिए Useful बनाता है।
दोस्तों Computer मुख्यतः तीन तरह के Devices के मिश्रण से बनता है। जिसे हम Input Devices , Processing Devices और Output Devices कहते हैं। कंप्यूटर के अंदर Programmed Instructions होते हैं, इसलिए जो Instruction हम Computer को देते हैं , Computer उसी Instruction के according हमे Output देगा।
इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि Computer एक स्वचालित एवं निर्देशों के अनुशार कार्य करनेवाला Electronic Device है। जिसमे किसी भी Data को Receive करने , Process करने , Store करने एवं Output देने की सक्षमता होती है।
क्या आपको पता है कि Computer का पूर्ण नाम क्या है ? हम्म दोस्तों कंप्यूटर का फुल फॉर्म कुछ इस तरह से है –
C – Common
O- Operating
M- Machine
P- Purposely
U- Used for
T- Technological and
E – Educational
R – Research
वैसे Computer शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के Compute शब्द से हुयी है , जिसका हिंदी अर्थ है गड़ना करना।
कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहा जाता है , लेकिन आज कल हिंदी भाषी लोग भी कंप्यूटर शब्द का ही उपयोग करते हैं।
दोस्तों Computer का जन्मदाता चार्ल्स बैबेज को माना जाता है।
Computer कार्य कैसे करता है ?
दोस्तों कोई भी User ( यूजर का अर्थ कंप्यूटर को यूज़ करनेवाले से है ) किसी भी डाटा ( डाटा कुछ भी हो सकता है जैसे की Audio , Video , Doc file etc. ) को Input Devices की सहायता से Computer तक पहुंचाता है। कंप्यूटर अपने Processing Units की मदद से उस डाटा पर Arithmetical , Mathematical या Logical क्रियाएं अथवा कार्य करता है और Output Units or Devices की मदद से यूजर तक पंहुचा देता है। Computer जिस भाषा को समझता है उसे बाइनरी भाषा कहते हैं।
Computer के फायदे और नुकसान :-
व्यवहारिक जीवन में कंप्यूटर के कई फायदे तो कई प्रकार के नुकसान भी हैं। यह सत्य है कि कोई भी टेक्नोलॉजी आपको सिर्फ फायदे नहीं देती है , उसके कई अन्य नुकसान भी होते हैं।
Computer के फायदे :-
- यह Communication का अच्छा माध्यम है।
- सभी प्रकार के डाटा , फाइल को साझा करने में मदद मिलती है।
- इससे समय की बचत एवं कार्य को आसानी मिल जाती है।
- Computer में महत्वपूर्ण दस्तावेज , डाक्यूमेंट्स , या अन्य डाटा को रख सकते हैं।
- कंप्यूटर के उपयोग से पढ़ाई , मेडिकल , रक्षा छेत्र में मदद मिलती है।
- बैंकिग कार्य में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
- चिकित्सा के क्षेत्र में जांच से लेकर सर्जरी तक इसकी वजह से सरल हुए हैं।
Computer के नुकसान :-
- गलत तरीके से उपयोग करने पर समय की बर्बादी होती है।
- इससे शारीरिक गतिविधियों में कमी होती है।
- रक्त परिसंचरण सही से नहीं हो पता है।
- ज्यादा भोजन खाना और मोटापा बढ़ना।
- कमर और सर में दर्द की शिकायत।
- आँखों या दृष्टि में कमजोरी होना।
- अनिद्रा की असुविधा होना।
- अगर आप लैपटॉप को अपने जांघ पर रखकर प्रयोग करते है तो नपुंसक हो सकते है।
List of Computer Parts :-
Computer के Parts को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि – किसी भी Computer में प्रमुखतः 4 Types के Parts or Devices लगे होते हैं।
- Input Devices
- Processing Devices
- Output Devices
- Storage Devices
अब हम यंहा पर और भी विस्तार पूर्वक पढ़ेंगे की ये Devices क्या है ? कैसे कार्य करती हैं ? और कंप्यूटर में कंहा Connected होती हैं।
Input Devices :-
Computer के उन Parts को Input Devices कहा जाता है , जिनके माध्यम से हम बाहर के Data अथवा Instructions को Computer को देते हैं। जैसे Keyboard , Mouse , Mice .
List Of Computer Input Devices :-
- Keyboard / Keypad
- Mouse , Mouse Pad & Touch Pad
- Mic
- Video Camera or Webcam
- CD / DVD Media
- PEN Drive
- Hard Drive
- Joysticks
- Trackball
- Paddle or Game Controller or Remote
- Image Scanner / Fingerprint Scanner / Barcode Scanner
- Eye Gaze Tracker
- Digital Music Instruments
- Punch Cards
- NIC (Network Interface Card )
List Of Computer Output Devices :-
- Monitor (CRT/TFT/LCD/LED)
- Digital TV
- Printer
- Plotter
- Projector
- Speaker
- Headphone
- Sound Card
- Video Card
- GPS Device
- Speech Synthesizer
- Hard Drive
- Pen Drive
- CD / DVD Media
- NIC ( Network Interface Card )
List of Computer Processing Devices:-
- Motherboard
- Processor
- RAM
- SMPS
- Network Card
- Video Card
- Sound Card
- Chipset
List Of Storage Devices :-
- Hard Drive ( SATA , SSD etc. )
- Pen Drive
- CD / DVD Media
Types Of Computer :-
दोस्तों Computer के कितने प्रकार हैं , यह कह पाना मुश्किल है। कंप्यूटर के कार्य शक्ति एवं रूप के अनुसार ही इसका विभाजन किया गया है। जैसे कोई कंप्यूटर कार्य करने में बहुत फ़ास्ट है तो कोई जगह बहुत ज्यादा लेता है वैसे ही कुछ कंप्यूटर सिर्फ आम इंसान के लिए होते हैं तो कुछ निजी संस्थाओं , सरकारी संसथाओ के लिए होते हैं।
आईये कुछ विस्तार से इसे समझते हैं। वैसे सिम्पली कहा जाये तो कंप्यूटर के प्रमुख 4 टाइप्स होते हैं।
- Personal Computer (Micro Computer )
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Supercomputer
Personal Computer :-
दोस्तों Personal Computer अथवा Microcomputer वह Computer होता है , जिसे आजकल हम यूज़ कर रहे हैं। जैसे हमारे घर का डेस्कटॉप , हमारा लैपटॉप इत्यादि। यह व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाया गया है , कम खर्च एवं आकार में छोटा भी होता है। पर्सनल कंप्यूटर को एक समय में एक ही व्यक्ति यूज़ कर सकता है और इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया सकता है। Personal Computer अथवा Microcomputer में single Processor होता है।
Personal Computer की कुछ विशेषताएं :-
- यह आकार में बहुत छोटा होता है।
- इसकी कीमत अन्य की अपेक्षा कम होती है।
- ऐसे कंप्यूटर को चलाने के लिए बहुत ज्यादा तकनीकी की जानकारी आवश्यक नहीं है।
- यह कंप्यूटर सिंगल यूजर के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- एक समय में केवल एक ही व्यक्ति इसे यूज़ कर सकता है।
- इस तरह के कंप्यूटर का सबसे ज्यादा उपयोग हमारे घरों में अथवा कार्यालयों में होता है।
Example :-
- Laptop ,Notebook , Desktop Computer , Workstation , Tablet , smartphone , ultra mobile pc , pocket pc etc .
Mini Computer :-
यह कंप्यूटर Micro Computer की अपेक्षा थोड़ा बड़ा , महंगा और कार्य करने की शक्ति ज्यादा होती है। इसमें लगने वाला Processor एक या एक से ज्यादा होते हैं। ऐसे Computer 24 घंटे उपयोग में लाये जाते हैं। इन्हे एक साथ कई user use (लगभग 4 से 100 ) कर सकते हैं। इन Computers में Micro Computer से ज्यादा Storage Capacity , Processing Capacity होती है।
इसका सबसे अच्छा उदहारण हमारे ऑफिस में लगे हुए सर्वर्स हैं। जैसे Application Server , Data Storage Server .
Mainframe Computer :-
Mainframe Computer यह Multiprogramming & High Performance Computer होते हैं। इनका आकार काफी बड़ा होता है। इनका Operational Speed और Storage Capacity काफी High होता है। ऐसे Computer एक साथ में लाखों लोगों का Workload ले सकते हैं। Mainframe Computer में एक या दो प्रोसेसर नहीं बल्कि हजारों प्रोसेसर एक साथ में लगे हुए होते हैं। इनका कॉस्ट भी बहुत अधिक होता है , इसलिए आम वयक्ति या छोटे मोटे बुस्सिनेसमान इसे नहीं खरीद पाते हैं।
Example :- Railway में उपयोग किया जाने वाला सर्वर। बैंकिंग में उपयोग किया जाने वाला सर्वर। बड़े Organization में डाटा स्टोरेज के लिए उपयोग।
Supercomputer :-
Computer में सबसे फ़ास्ट चलने वाला कंप्यूटर , Supercomputer होता है। यह आकार में इतना बड़ा होता है कि नार्मल एक घर में एक ही कंप्यूटर आ सकता है। ( Super Computer is largest & fastest Computer also its most expensive ) इसका लागत बहुत ज्यादा होती है। यह एक साथ में लाखों – करोङो ऑपरेशन एक साथ में कर सकता है। ऐसे कंप्यूटर की स्पीड को FLOPS ( Floating Point Operations Per Second ) में measured किया जाता है। ऐसे कंप्यूटर में हजारों और लाखों Processor एक साथ में कार्य करते हैं।
Example :- Climate Research , Global Warming , Molecular Research , Biological Research , Nuclear Research , Aircraft Design & other critical government use.
- Supercomputers are the largest computer.
- It is Fastest & more expensive.
- Very High Computing Power
- इसका उपयोग बहुत बड़े ऑर्गनाइज़शन में होता है।
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